राजस्थान भारत के उत्तरी क्षेत्र का एक राज्य है। यह क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है और अपने समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और विविध भूगोल के लिए जाना जाता है। राज्य जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर और अजमेर सहित कई लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का घर है। थार रेगिस्तान, जिसे ग्रेट इंडियन डेजर्ट के रूप में भी जाना जाता है, राज्य के एक बड़े हिस्से को कवर करता है। राजस्थान में कई किलों, महलों और मंदिरों के साथ एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है जो दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती है। राज्य अपने रंगीन त्योहारों, स्वादिष्ट व्यंजनों और पारंपरिक हस्तशिल्प के लिए भी जाना जाता है। राजस्थान के लोग अपने गर्म आतिथ्य और मजबूत सांस्कृतिक मूल्यों के लिए जाने जाते हैं।
आइए देखते हैं राजस्थान में घूमने की जगह (Rajasthan me ghumne ki jagah)।
अलवर (Alwar)
अलवर नाम शहर के संस्थापक राजा अलघराज के नाम के ऊपर पड़ा है। अलवर को कई और नामों से भी जाना जाता है जैसे कि अरवलपुर, अलपुर, राजस्थान का सिंह द्वार, राजस्थान का स्कॉटलैंड और पूर्व राजस्थान का कश्मीर। जो बातें अलवर को खास बनाती हैं वह यहां का इतिहास, संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य, वास्तुकला और खाना।
अलवर के पर्यटकों को सबसे ज्यादा पसंद आते हैं वह हैं बाला क्विला, सिटी पैलेस, सिलिसरह लेक, सरिस्का नेशनल पार्क और मोसी महारानी की छात्री।
अलवर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अलवर जंक्शन है और करीबी एयरपोर्ट दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh)
चित्तौड़गढ़ इस शहर का नाम इसके प्राचीन नाम चित्रकूट पर आधारित है। जिसकी स्थापना राजा चित्रण गाने की थी। चित्तौड़गढ़ के कुछ अन्य नाम है चित्रकूट चित्तौड़ राजस्थान की शान। चित्तौड़गढ़ की खासियत है यहां की संस्कृति इतिहास, वास्तुकला और खूबसूरती।
चित्तौड़गढ़ की यात्रा पर जो स्थान आपको मिस नहीं करनी चाहिए वह हैं चित्तौड़गढ़ का किला, विजय स्टैम्ब, पद्मिनी पैलेस, मीरा मंदिर, कीर्ति स्टैम्ब।
चित्तौड़गढ़ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन चित्तौड़गढ़ जंक्शन है और करीबी एयरपोर्ट महाराना प्रताप एयरपोर्ट।
रणथंभौर नेशनल पार्क (Ranthambore National Park)
रणथंभौर नेशनल पार्क जो राजस्थान ही नहीं भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है। रणथंभौर नेशनल पार्क में आपको मिलता है बाघ और अन्य जंगली जानवरों को देखने का मौका और साथ ही यह स्थान नेचर फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए उत्तम लोकेशन है।
इसमें कुछ लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है जैसे की रणथंभौर किला, पदम तलाओ झील, कचिदा घाटी, राज बाग खंडहर, जोगी महल और त्रिनेत्र गणेश मंदिर।
रणथंभौर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन सवाई माधोपुर है और करीबी एयरपोर्ट जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा।
माउंट आबू (Mt. Abu)
राजस्थान का माउंट आबू का नाम अर्बुदारण्य शब्द से बना है जिसका मतलब है अर्बुदा का जंगल। अबू, अर्बुदा, अर्बुदांचल और रेगिस्तान में एक नखलिस्तानसे से भी जाना जाता है।
माउंट आबू हिल स्टेशन, प्राकृतिक सुंदरता, झीलों, मंदिरों, ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध है।
इसमें कुछ लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है जैसे की दिलवाड़ा मंदिर, नक्की झील, टॉड रॉक, गुरु शिखर, सनसेट पॉइंट।
माउंट आबू का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अबू रोड है और करीबी एयरपोर्ट महाराना प्रताप एयरपोर्ट।
अजमेर (Ajmer)
अजमेर का नाम अजयमेरु शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है कभी न हारने वाली पहाड़िया। इसे भारत का मक्का और राजस्थान का आध्यात्मिक दिल भी कहा जाता है। अजमेर की संस्कृति इतिहास धार्मिक व शैक्षिक महत्व और खाना अजमेर को एक अलग पहचान दिला दिलाते है।
अजमेर में घूमने की सबसे अच्छी जगह अजमेर शरीफ दरगाह, अना सागर झील, अड़ाई दिन का झोपड़ा, तारागढ़ फोर्ट और अजमेर के पास पुष्कर में लगने वाले मेले से भला कौन होगा।
अजमेर का रेलवे स्टेशन अजमेर जंक्शन है और सबसे करीबी एयरपोर्ट किशनगढ़ एयरपोर्ट है।
बीकानेर (Bikaner)
इस शहर का नाम इसके संस्थापक राव बिका के नाम के ऊपर रखा गया है। बीकानेर के कुछ अन्य नाम है ऊँटों का देश, थार मरुस्थल का नखलिस्तान और द मेडीवाल मार्वल ऑफ़ राजस्थान। साथी जो चीजें बीकानेर को एक अनोखी पहचान देते हैं वह या के महल और किले, हस्तशिल्प के समान और यहां की संस्कृति।
बीकानेर आने वाले पर्यटक यहां के जूनागढ़ किले, लक्ष्मी निवास महल, ऊंट प्रजनन फार्म, करणी माता मंदिर, देशनोक चूहा मंदिर देखने जरूर आते है।
बीकानेर का रेलवे स्टेशन बीकानेर जंक्शन है और सबसे करीबी एयरपोर्ट नाल एयरपोर्ट है।
जैसलमेर (Jaisalmer)
जैसलमेर का नाम इस शहर के संस्थापक महाराजा रावल जैसल के नाम के ऊपर पड़ा है। जैसलमेर को स्वर्ण सिटी, रेत के टीलों का शहर और रेगिस्तान का शाही शहर भी कहा जाता है। जैसलमेर की लोकप्रियता इसकी वास्तुकला, कीलो, महलों, संस्कृति और राजस्थानी कीलो में बसी हुई है।
जैसलमेर आने वाले पर्यटक यहां के जैसलमेर का किला, पटवों की हवेली, सलीम सिंह की हवेली, गड़ीसर झील और थार का रेगिस्तान जरूर आते है।
जैसलमेर का रेलवे स्टेशन जैसलमेर है और सबसे करीबी एयरपोर्ट जैसलमेर एयरपोर्ट है।
जोधपुर (Jodhpur)
जोधपुर का नाम राजपूत प्रमुख राव जोधा के नाम पर रखा गया था। जोधपुर की अधिकांश इमारतें नीले रंग की हैं, इसलिए इसे नीला शहर भी कहा जाता है। इसकी और नाम है जैसे की जोधाणा, Sun City, मारवाड़ और थार रेगिस्तान का प्रवेश द्वार।आर्किटेक्चर किले, महलों, हैंडीक्राफ्ट और खाना जोधपुर को खास पहचान देता है।
मेहरानगढ़ किला, जसवंत थड़ा, उम्मेद भवन पैलेस, मंडोर गार्डन और घंटा घर न देखे तो उसकी जोधपुर की यात्रा अधूरी मानी जाएगी।
जोधपुरका का रेलवे स्टेशन जोधपुर जंक्शन है और जोधपुर हवाई अड्डा करीबी एयरपोर्ट है
जयपुर (Jaipur)
जयपुर नाम महाराजा सवाई जय सिंह के नाम पर रखा गया था। जयपुर की अधिकांश इमारतें गुलाबी रंग की हैं, इसलिए इसे गुलाबी शहर भी कहा जाता है। इसे "जेपोर," "भारत का पेरिस," और "द्वीप का गौरव" भी कहते है।
जयपुर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें आमेर का किला, हवा महल, सिटी पैलेस, जंतर मंतर और जल महल हैं।
जयपुर का निकटतम रेलवे स्टेशन जयपुर जंक्शन है, और इसका निकटतम हवाई अड्डा जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
उदयपुर (Udaipur)
उदयपुर नाम संस्थापक, महाराणा उदय सिंह द्वितीय द्वारा दिया गया था। उदयपुर को "झीलों का शहर," "पूर्व का वेनिस," "सफेद शहर," "राजस्थान का कश्मीर," और "मेवाड़ का मोती" भी कहा जाता है। झीलें, पार्क, संस्कृति, इतिहास और खान-पान इस शहर की खासियत हैं।
उदयपुर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें सिटी पैलेस, लेक पैलेस, जगदीश मंदिर, मानसून पैलेस और फतेह सागर झील हैं।
उदयपुर का निकटतम रेलवे स्टेशन उदयपुर सिटी है, और इसका निकटतम हवाई अड्डा महाराणा प्रताप हवाई अड्डा है।
दौसा (Dausa)
दौसा एक छोटा प्राचीन शहर है जिसका नाम संस्कृत शब्द धौ-सा के नाम पर रखा गया है जिसका अर्थ है स्वर्ग जैसा सुंदर। इसे देव नगरी भी कहा जाता है।
दौसा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें चांद बावड़ी, हर्षत माता मंदिर, झाझीरामपुरा, भंडारेज, लोटवारा।
दौसा का निकटतम रेलवे स्टेशन दौसा स्टेशन है, और इसका निकटतम हवाई अड्डा जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ)
- राजस्थान का सबसे फेमस खाना क्या है?
- राजस्थान की प्रसिद्ध मिठाई कौन सी है?
- राजस्थान कब जाना चाहिए?
- राजस्थान में सबसे मशहूर चीज क्या है?
राजस्थान के प्रमुख त्यौहार एवं मेले
- मेवाड़ महोत्सव: यह त्योहार उदयपुर में मनाया जाता है, और यह वसंत के आगमन को चिह्नित करता है। इस त्योहार में महिलाओं का एक रंगीन जुलूस है, जो उनके सिर पर सजाए गए बर्तन, पारंपरिक संगीत और नृत्य प्रदर्शन और स्थानीय हस्तशिल्प का एक प्रदर्शन है।
- हाथी महोत्सव: जयपुर में सालाना आयोजित किया जाता है।
- उर्स फेस्टिवल: यह अजमेर शहर में आयोजित एक वार्षिक त्योहार है।
- पुष्कर कैमल फेयर: पुष्कर शहर में सालाना आयोजित किया जाता है।
- टीज: यह राजस्थान में महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार है।
- गंगौर: यह राजस्थान में महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक और लोकप्रिय त्योहार है, जो देवी गौरी को समर्पित है।
- जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल: यह जयपुर शहर में आयोजित एक वार्षिक साहित्यिक त्योहार है, जो दुनिया भर के लेखकों, कवियों और पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित करता है।
- डेजर्ट फेस्टिवल: जैसलमेर में सालाना आयोजित, यह त्योहार थार रेगिस्तान संस्कृति और विरासत का उत्सव है।
- राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल (RIFF): यह जोधपुर के मेहरंगढ़ किले में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला पांच दिवसीय संगीत और नृत्य महोत्सव है।
- मारवाड़ महोत्सव: यह त्योहार जोधपुर शहर में मनाया जाता है, और यह क्षेत्र के बहादुर योद्धाओं के लिए समर्पित है।